मोहब्बत चीज क्या है इस नाम का एहसास होते जा रहा है.,
गुजरते वक्त के साथ हर लम्हा गुजरता जा रहा है ..,
उसको खोने का डर अब और बढ़ता जा रहा है!!
कभी करती हंसी-ठिठोली, कभी करती सयानी बातें ,
हर एक को अलग-सा एहसास दिलाए जा रही है
उसको खोने का डर अब और बढ़ता जाता है..!
कभी वो देती कुछ लम्हे, कभी वो आखिरी सांसे..,
सिस्कीयां से सिस्कियो का सफर बढ़ता जा रहा है ..,
उसको खोने का डर है अब और बढ़ता जा रहा है..!
आखरी लम्हा बातों का, हर चीज याद दिला रहा है..,
उसका हाथ अब हाथों से,छूटता-सा जा रहा है ,
उसको खोने का डर अब और बढ़ता जा रहा है..!
साथ जीने-मरने का,यकीन जो रखकर चले थे हम..,
आज साथ छूटता सांसों का, एहसास ये होता जा रहा है..,
उसको खोने का डर..,अब और बढ़ता जा रहा है..!
जा रहे तन्हां छोड़कर, बस आगे बढ़ता जा रहा है ..,
मैं तन्हा..,जीवन है साथी..! एहसास ये हो रहा है..,
उसको खो दिया मैंने अब जुदाई का गम डरा रहा है..!
तैयार जो किये दुल्हन की तरह, यादों में समां रहा है..,
वह आखरी दीदार उसकी रुखसार का, यादों में बसा जा रहा है
तन्हा-तन्हा और बस तन्हाई का अब डर मुझे सता रहा है..!
Heart touching…
Ty Bhuuutttuuuu
darr bhi azeeb hota ye ghutghut kar jeena