बहुत करनी है बातें आपसे…,
बस एक बार पापा पूछ के तो देखो…!
बहुत बहाने है जज़्बातों को..,
बस एक बार गले लगाकर तो देखो….!
दुनिया- रिवाज – बिरादरी के तो सिर्फ ये बहाने हैं….,
बहुत छूपी हैं.., दिलो में बातें..,
ज़रा पूरा इसे सुनकर तो देखो…..!
बहुत करनी है बातें आपसे..,
बस एक बार पापा पूछ कर तो देखो….!
दुनिया में किसी का डर नहीं..,
जब साथ आप हो पापा…!
पर साथ हो जाओ आप दुनिया के…,
तो बिन आप कोई नहीं है ,यह बेटियां पापा…!
ये दुनिया डरा-सी रही है…,बातों-बातों में दबा-सी है….,
ना चाहते हुए भी अनजाने लोगों में जाने को कहते हैं…,
यह दुनिया मुझे हर दर्द सहने को कहती है…,
ना ये दर्द मैं सह पाऊंगी….,
ना रीत दुनिया की ढोह पाऊंगी….,
घूट रही हूं अंदर ही अंदर , अंधेरे दिये की तरह….,
गर कह दो हां तो हर गम सह जाऊंगी…..,
गर साथ दो मेरा तो हर खुशी पा जाऊंगी…!
डर रही हूं ..,मर रही हूं ….,बहुत घबराहट में पड़ी हूं..,
बहुत करनी है बातें आपसे ..,
बस एक बार पापा पूछ कर तो देखो….!
बहुत बहाने है जज्बातों को ..,
बस एक बार गले लगाकर तो देखो…..!
Heart touching ❤️
Tyyyy bhuuutttuuuu