ओह साथी..! मेरे साथी…., थोड़ा- सा तू साथ दे….,
थोड़ी मोहब्बत.., थोड़ा यकीन…, थोड़ा- सा विश्वास दे…,
ओह साथी..! मेरे साथी.., थोड़ा – सा तू साथ दे…।।
कभी जो हो गलती मुझसे तो….,
थोड़ा संभाल मुझको ले…..!
गर जो हो गलती तेरी….??
हाथ मुझे भी बढ़ाने दे……।
बनू मैं ढाल तेरी भी…, तू भी थोड़ा थाम ले….।
ओह साथी..! मेरे साथी…, थोड़ा- सा तू साथ दे….।
कुछ समझ मुझको तू थोड़ा……,
कुछ मैं भी तुझको समझ लू…..।
कुछ करू तेरी मैं इज्ज़त….,
थोड़ा तू भी मान दे….।
ओह साथी…! मेरे साथी…., थोड़ा- सा तू साथ दे…।
पग- पग बदलती रहती दुनिया में…,
हर पल …, पग का डेरा है…..,
गिरू जो.., तो उठा ले तू….,
लड़खड़ाने पर संभाल ले……..।
ओह साथी.., मेरे साथी…., थोड़ा- सा तू साथ दे…।
गर दे थोड़ा- सा साथ मेरा…,
वक़्त बदल सकती हूं…..!
करती महसूस कमज़ोर खुदको….,
मजबूत भी बन सकती हूं….।
एक तेरा साथ होने से…,
वक़्त बदल सकती हूं…..!
ओह साथी.., मेरे साथी.., थोड़ा -सा तू साथ दे…..।
थोड़ी मोहब्बत.., थोड़ा यकीन.., थोड़ा- सा विश्वास दे.…।
ओह साथी..! मेरे साथी…, थोड़ा – सा तू साथ दे…।।
Lovely post didu
Tyyy bhuttuuuu miss uuu bhaiii
Dosti bhi ek mohbbat he love you all friend
Love you too siso