आज बड़े अरसे बाद..
तेरी तस्वीर को चुपके से..
छुपाकर निकाला..,
पहले देखी हल्की सी झलक…,
फिर कुछ दिल को संभाला…,
फिर नज़रे चुराते लोगो से..,
इधर उधर नज़र डाला…,
फिर धीरे से रोशनी बढ़ाई फोन की..,
ओर, तस्वीर को तेरी देख डाला..,
जाने कैसे देखते ही…,
ख़ामोशी सी तारी हुई..,
ना चाहते हुए भी जाने…,
अक्श बहे कुछ आंखो से..,
फिर आंखो को, तस्वीरों पर, जमा डाला..,
देख हर तस्वीर को तेरी..,
हर पल आंखो में घिर गया..,
हर एक तस्वर जाने कितनी..,
तेरी कहानी कह गया…,
देखते देखते तुझको यारा..,
मंज़र.., ज़हन- ए- जुदाई में घुम गया..,
ख़्वाब दफनाएं…, आंसू पुंछवाए..,
लंबी सी सांस लेके.., ख़ुदको फिर शांत किया..,
फीर देखकर…, प्यार कर-कर.,
आंखो में तुझे समा लिया…,
भर कर आंसू में यादों को…,
फीर कोई आंसू बहा दिया..,
क्या-क्या बताऊं जाना तुमको…,
कैसे तुमको याद किया..!
कैसे तुमको याद किया..!!