रों – रों कर आंखे उसकी…, थक गई है अब…, रों – रों कर आंखे उसकी.., थक गई है अब…, पूछती हैं सबसे..,की मेरा बच्चा आएगा कब…??? मैं दुनिया की रीत ना जानू.., मुझे इस दुनिया से मतलब ही क्या….??? बच्चा ही तो गलतियां करता है…, अब भुला दूं.., ममता की प्रीत भी क्या…??? मैं […]
शिद्दत- ए- गम हद से बढ़ता ही जा रहा हैं…, ख़ुशी की उम्मीद में .., आंखों का पानी बढ़ता जा रहा हैं..! कोई रोक ले…, इस बहते अक्श के दरिया को…, अब दिल का दर्द म्रज बनता ही जा रहा हैं…! मरीज़ हुए भी तो अपनों के हाथों…, अपनों के लिए अब झूठे हंसते है […]
आज आंखो मै तेरा चेहरा था…, पलकों में तेरा पेहरा था.., आज अशकों में भी छुपी.., एक याद पुरानी थी…, आज फिर जानी….! तेरी मेरी कहानी थी…, आज पहुंच गए कहानी के.., शुरुआत में…, तुम थे पाकीज़ा सफर पार.., ओर मेरा मेसेज जाना था .., इसी राह सफर में ही तो…, तुमने मुझे पहचाना था…, […]