आंखों में नींद नहीं है आज..,
शायद किसी का ख़्याल बार- बार सता रहा है..,
इन्तजार में थकी आंखे…, बैठा दिल…,
कोई डर-सा.., दिल को.., डरा रहा हैं….!
रह- रह कर.., हर एक पल में….,
बस उसी का ख़्याल सता सा रहा हैं…,
दिल कहता हैं.., चली जाऊं दौड़ के..,
एक पल भी ना गवाउं मैं….!
लिपट जाऊं उसकी बाहों में..,
ओर ख़ुदको उसी में छुपाऊं मैं..!!
सूनापन सा ये दिल मेरा….,
कानों में ख़ामोशी की गूंज-सी हैं….!
सुना जिस्म…, सुना ज़हन…,
बस उसी के ख़्याल की तड़प-सी हैं…!!
इन्तजार हैं मुलाक़ात का….,
दुआओ में भी सूनापन सा है…!
उदासी है लबो पे हमारे…,
आंखों में जाने नमी-सी हैं….!!
डरता दिल…., चलता वक़्त….,
बढ़- बढ़ कर बस चलता है…..,
सुना दिल…, खाली अक्श…,
रों- रों दिन ढलता है…,
रों – रों दिन ढलता है…!!
Mashaallah
Heart touching lines
Tyyyyyyyy bestiii