दामन को फैलाए बैठे है कब से…,
अल्फ़ाज़- ए- दुआ कुछ याद नहीं…,
मांगे भी तो क्या मांगे रब से…,
उसके सिवा फरियाद नहीं….!!
We Write All About Feelings…
दामन को फैलाए बैठे है कब से…,
अल्फ़ाज़- ए- दुआ कुछ याद नहीं…,
मांगे भी तो क्या मांगे रब से…,
उसके सिवा फरियाद नहीं….!!
Beshak
Ty bestii