इस देश से सोणा कोई नहीं..,
मेरे मुल्क से सोणा कोई नहीं..,
हैं, खैत – खलियान, सम्मान जहां…,
इस प्रेम से सोणा कोई नहीं…,
मेरे देश से सोणा कोई नहीं..!
मैं घूमूं पग- पग चहल- पहल..,
मैं घूमूं मस्त गगन- गगन..,
हैं, देश मेरा ये वीरों वाला..,
ये मोहब्बत जैसा कोई नहीं…,
मेरे देश से सोणा कोई नहीं..,
इस प्रेम से सोणा कोई नहीं..!
ये नदियां घूमे मस्त मगन..,
पुरवैयां चले ये इधर- उधर..,
हैं, आए खुशबू मिट्टी की…,
ये एकता जैसा कोई नहीं…,
मेरे देश से सोणा कोई नहीं..,
इस प्रेम से सोणा कोई नहीं…!
हैं, रंग, भाषा, भाव यहां…,
हैं.., मन्दिर – मस्जिद , गिरिजा जहां…,
रहता हर कोई साथ जहां…,
भेद- भाव जैसी नीति का..,
उसूल जहां है कोई नहीं…,
मेरे देश से सोणा कोई नहीं….!
इस प्रेम से सोणा कोई नहीं…!!
जय हिन्द..🌹🇮🇳