वक़्त तुम्हारा हैं…, वक़्त हमारा हैं…,
इस वक़्त ने ही सब कुछ बिगाड़ा हैं.….!
वक़्त जो हो तो बन जाए बात…,
ना हो वक़्त.., बिगड़ता हर साथ…!
वक़्त संवारे बिगड़े दिलो को…,
वक़्त बनाए बातो को भी…..।
रिश्ते, विश्वास , यकीन तक…,
वक़्त ने किरदार छुपाए हैं..!
इस वक़्त ने ही जाने देखो…,
कितने रिश्ते निभाए हैं..!
गर जो बिगड़े वक़्त अपने पे..,
दरारे तक लाए ये….!
बनी बनाई बातो को…,
एक पल में बिछडा – ए ये…!
वक़्त वक़्त के खेल में..,
इक पल मेरा…, इक पल तुम्हारा हैं…!
वक़्त के चलते – चलते ही…
हर रस्ता अब हमारा हैं…।
Ye waqt badi khubsurat chiz he ,, insaan ko kha se kha tak le jaati he or kha se kha le aati he kuch pta nhi chalta ye waqt
Kaash ki waqt bhi riswatkhor hota me apni sari dolat ko use riswat me dedeta or usse apna wo waqt mang leta jo Bachpan se nhi important tha mere liye , ye sub kuch is waqt ka kiya keraya he ⏳
Right bestii…