ऐ साथी क्यों डरते हो., यह दुनिया बनी डराने को😇
पंख फैलाए हम ,तो पंखों को कटवाने को…🤐
ऐ साथी क्यों डरते हो , यह दुनिया बनी डराने को….🤠
जितना डरोगे इनसे , ये उतना ही डराएगी…🤕
तुम्हारी उमंगो और सपनों को ,दुनिया तोड़ जाएगी..🤐
बढ़ाओ कदम विश्वास का ,तो नई पहल हो जाएगी….🤝
दुनिया डरेगी तुमसे, इक सीख नयी मिल जाएगी.👏…
जीत लो या सीख लो , न हारो कभी किसी से तुम…💪
यह दुनिया भी एक दिन , साथ तुम्हारे हो जाएगी…🥳
क्यों डरते हो तुम दुनिया से , यह तो अपनी बस्ती है….🥳
फल जो निकले इक खराब ,तो सबको खराब न जानो तुम…😷
नज़रीया बदल के देखो तुम , नजरें ही बदल जाएंगी…🥴
हिम्मत करो कदम बढ़ाओ , दुनिया खुद डर जाएगी…🤠
जितना डरोगे इनसे , यह उतना ही डराएगी.…..😇
ऐ साथी क्यों डरते हो, यह दुनिया बनी डराने को….😎
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Ty
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