जानते हो, सुकून क्या होता है??
वो जो मोहब्बत के हर अहसास को,
हर जज़्बात को, बिन कहे समझ जाए,
वो होता है सुकून…!
जब आप तकलीफ में अकेले हो,
ओर कोई आकर प्यार से आपके आंसू पूछकर,
आपको इतने ही प्यार से गले से लगा ले..
वो होता है सुकून…!
जो डर के मारे,
बेड के नीचे छुपे, डरते हुए दिल को,
अंधेरे में रोशनी सा हाथ बढ़ा कर,
उस डर से बाहर निकाले,
वो होता है सुकून…!
जब चारों तरफ आजमाइशे हो,
ओर कोई साथ ना देने वाला हो,
ओर अचानक कोई आपकी सारी बाते,
बिन कहे समझ जाए, ओर
आपके हर आसूं को, हसीं में बदल दे,
वो होता है सुकून..!
जो हर बार ये दिखाएं,
के उसे परवाह नहीं आपकी,
पर फिर भी छूप – छूप कर आपका ख़्याल रखे,
वो होता है सुकून..!
ओर जब आप जान बूझकर, नादानियां करती जाओ,
ओर हर बार वो उतनी ही मोहब्बत से,
आपकी हर नादानियों को संभालता जाएं..,
वो होता है सुकून…!
सच कहूं तो मेरे लिए,
मोहब्बत का दूसरा नाम होता है सुकून…!