तू कहता है मैं हूं सहज…., तू ख़ुदको थोड़ा सरल बना…, तू कहता हैं मैं हूं कठोर…, तू ख़ुदको थोड़ा कोमल बना…, तू कहता हैं मैं निर्ड्रता से हर एक काम कर जाता हूं…, तू कहता हैं अंधेरे मे भी बहादुर- सा भागा जाता हूं.., तू कहता हैं मैं पैसे कमाकर.., राजा सा बन जाता […]