सिल रहे थे, जोड़ा आज हम.., लोगों को खुशियों सा लगा.., रंग था उसका गहरा लाल…, जाने क्यूं ये कफ़न सा लगा..! थी उसमें खूबसूरत कढ़ाई.., जाने क्यूं.., सफेदी नजर आईं..? हुई सिलाई उसकी जो…, सिल- सिल आगे बढ़ता था…! ख्याल आता…! ये बिन सिला है सुंदर.., सुना था.., कफ़न तो यारों.., बिन सिला ही […]
Mohabbat
मेरे सोने वीर.. #रक्षाबंधन #भाई #लाडो दा वीर #भूतू #भाई – बहन.
वीर ओह मेरे सोणे वीर.., तुझ जैसा ना मिला मुझे.., कोई हीर.., तू है तो हर मुश्किल मैं.., पार यूं कर जाती हूं..! वीर मेरे तेरे साथ होने से… हर पल निखर सी जाती हूं…!! वीर तू हीरो हैं.. हर मुश्किल हाल का.., हल है तू..! वीर मेरा गुरूर है तुझ पर…, कितना नटखट- चंचल […]
हमारी पाकीज़ा मोहब्बत..
आज आंखो मै तेरा चेहरा था…, पलकों में तेरा पेहरा था.., आज अशकों में भी छुपी.., एक याद पुरानी थी…, आज फिर जानी….! तेरी मेरी कहानी थी…, आज पहुंच गए कहानी के.., शुरुआत में…, तुम थे पाकीज़ा सफर पार.., ओर मेरा मेसेज जाना था .., इसी राह सफर में ही तो…, तुमने मुझे पहचाना था…, […]
कैसे तुझको याद किया | यादें #मोहब्बत #सुकून
आज बड़े अरसे बाद.. तेरी तस्वीर को चुपके से.. छुपाकर निकाला.., पहले देखी हल्की सी झलक…, फिर कुछ दिल को संभाला…, फिर नज़रे चुराते लोगो से.., इधर उधर नज़र डाला…, फिर धीरे से रोशनी बढ़ाई फोन की.., ओर, तस्वीर को तेरी देख डाला.., जाने कैसे देखते ही…, ख़ामोशी सी तारी हुई.., ना चाहते हुए भी […]
सुकून : मोहब्बत
जानते हो, सुकून क्या होता है?? वो जो मोहब्बत के हर अहसास को, हर जज़्बात को, बिन कहे समझ जाए, वो होता है सुकून…! जब आप तकलीफ में अकेले हो, ओर कोई आकर प्यार से आपके आंसू पूछकर, आपको इतने ही प्यार से गले से लगा ले.. वो होता है सुकून…! जो डर के मारे, […]
आखिरत में मुलाक़ात होगी…!
वो शख्स जो मुझसे कहकर गया.., करदे हिसाब मेरा अब.., बिन मोहब्बत ना रहा जाता हैं.., तुम्हारी टूटी- फूटी मोहब्बत को.., अब ओर सहा ना जाता हैं…! कभी इस पल…, कभी उस पल.., हर घड़ी इन्तजार में रहता हूं.. दिन काटता…, रात काटता…, बस वक़्त काटते जाता हूं…! ना आती तुम मोहब्बत देने.. ना मोहब्बत […]
बेहतरीन शख्स…
बेहतरीन शख़्स कोन होता है…? इन सवालों के जवाब में खो गई., हकीकत को खोजते – खोजते.., ख्यालों के मयार में पहुंच गई…! ख्यालों में था एक बेहतरीन शख्स.. नर्मी जिसका इख्लाक था…, मोहब्बत जिसका अंदाज़…, ओर अदब जिसका मिज़ाज था..! था वो ख्वाबों में मेरे…, जैसी ताबीरें चाहतीं थी मैं.., था वो मस्त मोहब्बत […]
जीजा कह देना…
ताविज बनाना है किसी के लिए… किसी को नज़र से बचाना है…, छुपाना है किसी को दुनियां से…, किसी को दिल में बसाना है…! छुपाकर उसको अलग नजरो से… बस खुद का ही बनाना है.., देखे जो कोई जी भर उसे…, मार – कूट सबक सिखाना है…! हां…! हैं मोहब्बत बस वो मेरी…, उसी पर […]
हाकिम बदल गए…
क्या सोचा था ओर क्या हो गया..?? क्या पाया था ओर क्या खो गया..?? जिसका नाम था दिलो में.., जिसका नाम लबों पे सजाया था…! जिसको सोचते दिन- रात यारो…, आज नाम ना उसका ले सकते है…!! जिसके साथ बिताने ज़िन्दगी के…, हर लम्हे हमने सजाए थे…! जिसके साथ हर एक लम्हे को…, खूबसूरत – […]
मोहब्बत या अपने…??
कैसे कह दूं मोहब्बत की हूं बस…., एक मोहब्बत मेरे मां- बाप ने भी तो निभाई है.., ओर.., केसे कह दूं के वो कुछ नहीं मेरे लिए…., हर कदम मोहब्बत उसने भी निभाई हैं…! हां…! हूं मजबुर हालातों में.., ना इधर की जानिब जा सकूं…, ना उधर किसी को खो सकू…! और.., उसे छोड़ने का […]