ए खुदा…! तू ही बता…, क्या करू मैं पढ़- लिख कर..?? अत्याचार को देखकर चुप यहां सब होते हैं…, झूठे रिश्ते नातों में हमदर्दी जहां दिखाते हैं…, किसी मासूम का बचपन वहीं दबा देते हैं…! पैसों ने इसे पकड़ा है…, बालश्रम ने इसे जकड़ा है..! अमीरों के मन में एक लड्डू जहां फूटा है…, किसी […]